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बीए सेमेस्टर-3 चित्रकला प्रथम प्रश्नपत्र

सरल प्रश्नोत्तर समूह

प्रकाशक : सरल प्रश्नोत्तर सीरीज प्रकाशित वर्ष : 2022
पृष्ठ :180
मुखपृष्ठ : पेपरबैक
पुस्तक क्रमांक : 2676
आईएसबीएन :0

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बीए सेमेस्टर-3 चित्रकला प्रथम प्रश्नपत्र

प्रश्न- गांधार कला पर टिप्पणी लिखिए।

अथवा
गांधार कला पर प्रकाश डालिए।

उत्तर -

कुषाण काल में मथुरा कला शैली के अतिरिक्त पश्चिमोत्तर भारत में गांधार क्षेत्र में एक नवीन कला शैली का विकास हुआ, जिसे गांधार शैली कहा जाता है। गांधार में तक्षशिला, पुष्कलावती, स्वातघाटी या उद्यान, कपिशा, बमियान, बैक्ट्रिया आदि क्षेत्र विशेषरूप से उल्लेखनीय हैं। प्राचीनकाल में उत्तरापंथ मार्ग मथुरा से शाकल, तक्षशिला, पुष्कलावती, नगरहार और कपिशा होता हुआ बाह्वीक (बैक्ट्रिया) तक जाता था। कुषाण नरेश कनिष्क के समय यह मार्ग पुरुषपुर (पेशावर) से भी जुड़ गया था।

सिकन्दर के बाद इस क्षेत्र में यूनानी बस्तियाँ तो थी हीं, आगे चलकर बैक्ट्रिया के यवनों ने भी इस क्षेत्र में अपना अधिकार और शासन स्थापित किया था। कनिष्क के समय गांधार से लेकर मथुरा तक का विस्तृत भू-भाग व्यापारिक और सांस्कृतिक गतिविधियों से निरन्तर विकसित हो रहा था। इस युग में गांधार की सीमाएँ पूर्व में चीन से, उत्तर में मध्य एशिया से और पश्चिम में सीरिया, पार्थिया से जा मिली थी। व्यापारिक संघर्ष से खान-पान, वेश-भूषा, भाषा और धर्म एक- दूसरे पर अपना प्रभाव डालते हैं। यही उस काल में धर्म के क्षेत्र में हुआ। सम्पूर्ण गांधार क्षेत्र बौद्ध धर्म से अनुप्राणित हुआ। परिणामस्वरूप वहाँ की कला में भी इसका प्रभाव पड़ना स्वाभाविक था।

कुषाणकाल में गांधार क्षेत्र में बसे यूनानी कलाकारों ने बुद्ध, बोधिसत्त्व तथा अन्य बौद्ध देवी-देवताओं की मूर्तियों का निर्माण किया। प्रस्तर- फलकों पर उन्होंने बुद्ध के जीवन तथा उनके धर्म की मुख्य घटनाओं को रूपायित किया। इनमें जातक कथाओं के दृश्य, माया देवी की लुम्बिनीवन-यात्रा, बुद्ध-जन्म, महाभिनिष्क्रमण, सम्बोधि, धर्मचक्र प्रवर्तन, महापरिनिर्वाण, बौद्ध देवी-देवता, माया, गौतमी प्रजापति, ब्रह्मा, शक्र, मार, कुबेर, व्यान्तर देवता तथा अन्य भारतीय विदेशी सज्जा - अलंकरण उल्लेखनीय हैं। इस प्रकार गांधार कला में बौद्ध कला का क्षेत्र अत्यन्त व्यापक है।

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    अनुक्रम

  1. प्रश्न- दक्षिण भारतीय कांस्य मूर्तिकला के विषय में आप क्या जानते हैं?
  2. प्रश्न- कांस्य कला (Bronze Art) के विषय में आप क्या जानते हैं? बताइये।
  3. प्रश्न- कांस्य मूर्तिकला के विषय में बताइये। इसका उपयोग मूर्तियों एवं अन्य पात्रों में किस प्रकार किया गया है?
  4. प्रश्न- कांस्य की भौगोलिक विभाजन के आधार पर क्या विशेषतायें हैं?
  5. प्रश्न- पूर्व मौर्यकालीन कला अवशेष के विषय में आप क्या जानते हैं?
  6. प्रश्न- भारतीय मूर्तिशिल्प की पूर्व पीठिका बताइये?
  7. प्रश्न- शुंग काल के विषय में बताइये।
  8. प्रश्न- शुंग-सातवाहन काल क्यों प्रसिद्ध है? इसके अन्तर्गत साँची का स्तूप के विषय में आप क्या जानते हैं?
  9. प्रश्न- शुंगकालीन मूर्तिकला का प्रमुख केन्द्र भरहुत के विषय में आप क्या जानते हैं?
  10. प्रश्न- अमरावती स्तूप के विषय में आप क्या जानते हैं? उल्लेख कीजिए।
  11. प्रश्न- इक्ष्वाकु युगीन कला के अन्तर्गत नागार्जुन कोंडा का स्तूप के विषय में बताइए।
  12. प्रश्न- कुषाण काल में कलागत शैली पर प्रकाश डालिये।
  13. प्रश्न- कुषाण मूर्तिकला का संक्षेप में वर्णन कीजिए।
  14. प्रश्न- कुषाण कालीन सूर्य प्रतिमा पर प्रकाश डालिये।
  15. प्रश्न- गान्धार शैली के विषय में आप क्या जानते हैं?
  16. प्रश्न- मथुरा शैली या स्थापत्य कला किसे कहते हैं?
  17. प्रश्न- गांधार कला के विभिन्न पक्षों की विवेचना कीजिए।
  18. प्रश्न- मथुरा कला शैली पर प्रकाश डालिए।
  19. प्रश्न- गांधार कला एवं मथुरा कला शैली की विभिन्नताओं पर एक विस्तृत लेख लिखिये।
  20. प्रश्न- मथुरा कला शैली की विषय वस्तु पर टिप्पणी लिखिये।
  21. प्रश्न- मथुरा कला शैली की विशेषताओं का वर्णन कीजिए।
  22. प्रश्न- मथुरा कला शैली में निर्मित शिव मूर्तियों पर टिप्पणी लिखिए।
  23. प्रश्न- गांधार कला पर टिप्पणी लिखिए।
  24. प्रश्न- गांधार कला शैली के मुख्य लक्षण बताइये।
  25. प्रश्न- गांधार कला शैली के वर्ण विषय पर टिप्पणी लिखिए।
  26. प्रश्न- गुप्त काल का परिचय दीजिए।
  27. प्रश्न- "गुप्तकालीन कला को भारत का स्वर्ण युग कहा गया है।" इस कथन की पुष्टि कीजिए।
  28. प्रश्न- अजन्ता की खोज कब और किस प्रकार हुई? इसकी प्रमुख विशेषताओं का उल्लेख करिये।
  29. प्रश्न- भारतीय कला में मुद्राओं का क्या महत्व है?
  30. प्रश्न- भारतीय कला में चित्रित बुद्ध का रूप एवं बौद्ध मत के विषय में अपने विचार दीजिए।
  31. प्रश्न- मध्यकालीन, सी. 600 विषय पर प्रकाश डालिए।
  32. प्रश्न- यक्ष और यक्षणी प्रतिमाओं के विषय में आप क्या जानते हैं? बताइये।

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